धनबाद और चतरा लोकसभा प्रत्याशी को बदलने की मांग को लेकर एक जातीय संगठन के नेताओं ने चतरा और धनबाद के प्रत्याशी को बदलने की मांग की है और धनबाद मारवाड़ी सम्मेलन के जिलाध्यक्ष कृष्णा अग्रवाल के द्वारा भी लोकसभा प्रत्याशी ढूल्लू महतो को बदलने की मांग करने पर मूलवासी सदान मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजेन्द्र प्रसाद ने अपनी कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि हमारी जमीन को किसी ने कब्जा कर लिया था, भाजपा ने उसे मुक्त कर असली जमीन मालिक को वापस कर दिया है। परंतु अभी और कुछ जमीन को आगे मुक्त कराने की बात कही है। प्रसाद ने कहा कि धनबाद और चतरा के प्रत्याशी दोनों उसी लोकसभा के निवासी और धरतीपुत्र हैं।

प्रसाद ने कटाक्ष करते हुए कहा जब कोई भी राजनीतिक दल प्रत्याशी घोषित करती है तो पिछड़ा ,दलित, सवर्ण को आधार बनाती है यदि हर जाति को प्रतिनिधित्व देने की बात होगी तो पच्चासों जातियां पिछड़ों में ही हैं ,तो क्या यह सम्भव है कि हर जाति को झारखण्ड में लोकसभा का प्रतिनिधित्व दिया जा सके ? यह सम्भव नहीं है। सवर्ण में भी ब्राह्मण ,भूमिहार, राजपूत , कायस्थ आते हैं दलित में भी कई उपजाति हैं ऐसे में अलग अलग सभी जातियों को टिकट दे पाना किसी भी राजनीतिक दलों के लिए सम्भव नहीं है। प्रसाद ने कहा कि भाजपा ने तीन सवर्ण को झारखंड में प्रत्याशी बनाया है ऐसे में सवर्ण समुदाय के आबादी को देखते हुए यह बहुत है। इसके बाद भी कुछ लोग सिर्फ अपनी जाति और गैर सदान के लिए टिकट मांग रहे हैं।जो कतई औचित्य नहीं है। चतरा के प्रत्याशी कालीचरण सिंह भूमिहार जाति के सवर्ण समुदाय से आते हैं जबकि धनबाद के प्रत्याशी ढूल्लू महतो पिछड़ी जाति से आते हैं और ऐ दोनों मूलवासी सदान हैं।
मोर्चा अध्यक्ष राजेन्द्र प्रसाद ने ढूल्लू महतो को माफिया और लुटेरा कहने पर भी कड़ी आपत्ति की है। उन्होंने कहा ढुल्लू महतो इसी मिट्टी के झारखंडी पुत्र हैं। वे अपने बल, बुद्धि और मेहनत से आज पैसा कमाए हैं, तो कुछ गैर- मूलवासी सदानों के पेट में दर्द क्यों हो रहा है। कुछ लोग चाहते हैं कि यहां के मूलवासी सदान से आने वाले समूदाय चाहे सवर्ण हो, पिछड़ा हो दलित हो हमेशा उपेक्षित और गरीब रहें। उन्होंने कहा कि आज जो लोग पूरे कोयलांचल में कोयला और खनन पर कब्जा करके रखा है और विधायक, सांसद बनते रहे हैं, उनका क्या इतिहास है? वे कौन लोग हैं ? कहां से आए थे ?और क्या करते थे? प्रसाद ने ही जबाब देते हुए कहा कि ये लोग वही हैं जो गैर मूलवासी सदान हैं और गार्ड की नौकरी करते थे और आज बाहुबली बनकर पूरे कोयलांचल पर कब्जा कर लिया है।

उन्होंने कहा कि ढुल्लू महतो को माफिया और क्रिमिनल कहने वाले गैर मूलवासी सदान लोगों को ये सब क्यों नहीं दिखता है? सिर्फ मूलवासी सदान से आने वाले लोगों को ही क्यों टारगेट किया जाता है। कहा सदानो की उपेक्षा और प्रताड़ित करना ही इनका काम है। राजेन्द्र प्रसाद ने कहा कि
ढूल्लू महतो मूलवासी सदान से आते हैं। सदानों की आबादी झारखण्ड में 65% है।इसके बाद भी कुछ लोगों के पेट में दर्द हो रहा है। *बड़ी घोषणा* कर कहा मूलवासी सदानों की उपेक्षा करने वाले बड़े नेता को इस बार संसद नहीं पहुंचने देने की बात भी कही है।
मीडिया प्रभारी विशाल कुमार सिंह, प्रो अरविंद राम, डॉ अमर यादव , महेंद्र ठाकुर, हरीश कुमार डॉ बृजभूषण पाठक आदि उपस्थित थे।
