कांके क्षेत्र अंतर्गत बोडेया गांव में हड़गडी मसना पूजा किया गया बोडेया गांव के पहान विश्वकर्मा पहन कि अगुवाई में ढोल नगाड़ा के साथ सैकड़ो की संख्या में महिला पुरुष बोडेया मसना स्थल पहुंचे जहां मसना स्थल की साफ सफाई कर रूढ़िवादी परंपरा संस्कृति के अनुसार अपने पूर्वजों को उड़द दाल, भात, अरवा चावल, तेल ,सिंदूर, अगरबत्ती, खैनी हडिया अर्पित कर उन्हें याद कर श्रद्धांजलि अर्पित की गई एवं अपने पूर्वजों से आशीर्वाद लिया।

मुख्य रूप से केंद्रीय सरना समिति के केंद्रीय अध्यक्ष श्री फूलचंद तिर्की मौजूद थे उन्होंने कहा कि हड़गडी मसना पूजा आदिवासियों की रूढ़िवादी परंपरा संस्कृति है आदिवासी साल में एक बार पुस के महीने में अपने पूर्वजों को याद करते हैं ,हडगड़ी पूजा विभिन्न गांव मौजा में पुस महीना तक चलेगा पुस महिने में कोई भी शुभ कार्य नहीं होता मौके पर दालु पहान कोटवार मनु नायक डॉ विश्वनाथ उरांव भगत उरांव लक्ष्मी देवी अश्विनी टोप्पो ब्रजेश उरांव अमित टोप्पो नवेल टोप्पो अशिष बाण्डो रवि बिन्हा भेन्डे उरांव राजु टोप्पो रविन्द्र बिन्हा एवं अन्य शामिल थे।

